वक्त कभी नहीं बदलता जनाब..,
समय स्थिर था, स्थिर है और स्थिर ही रहेगा
जाने कैसे फिर किसी का वक्त अच्छा हो जाता है तो किसी का बुरा
कोई काल को अमृत कहता है तो कोई कहता उसे विशम
घड़ियों में समय जब एक समान तो फिर कौन बदल जाता है देश, काल, परिस्थिति अनुसार..??
आदतें बदल जाती हैं जनाब..,
विचार बदल जाते हैं
मन बदल जाता है
व्यक्तिव बदल जाते है
दोषी मगर समय को ठहराया जाता है
समय भी स्थिर मुस्कान लिए स्वीकार लेता है
वक्त को बदलने की ये इंसानी फितरत
जिंदगी को अपनी मनमर्जी अनुसार चलाने की उसकी ये पुरानी हुज्जत
उफ्फ ये एक जगह टिककर ना रहने की पुरानी शिद्दत