"Tell all your gods, all your devs, all your devo ke dev to destroy me. I am very upset and very very angry to observe the way they are devilishly creating, running and ruling this world. They are infact ruining their devotees and their lovers."
अरे ओ शिव !!
तेरे होते हुए
या
फिर तेरे सोते हुए
होता आ रहा है
हुआ है
और
हो रहा है
कई सारी शिवानियों पर आए दिन ये अत्याचार ..??
या तो तू शिव नहीं
या
तेरी इन शिवानियों को आया नहीं
शिव शिव रटकर
तुझे प्रसन्न रखने का व्यापार ..??
अब अगर जाग भी रहे हैं
तेरे ये नागरिक पडोसी धर्म के प्रति
या अब अगर दे भी रहा है तू
हत्यारों और दुराचारियों को
उनके किये की सजा
तो
कर रहा है तू
कौनसा एहसान या उपकार ..??
की
कई सारी शिवानियाँ अब तक छोड़ चुकीं
या
भुगत रहीं हैं
तेरा ये निर्दयी, निर्मोही संसार ..
वक़्त पे न्याय नहीं कर सकता अगर तू
या
नहीं कर सकता तू मासूमों का बेडा पार
तो
क्या हक है तुझे
हमें वर्तमान में जीने का सबक सीखाने का ..??
कैसा और कहाँ का महादेव है तू ..?/
और
कब, क्यूँ और कैसे कहूँ में तुझे महाकाल ..??
मार डाल तू
चाहे तो इस सवाली को
अभी, यहीं और इसी वक़्त
पर जान ले तू ये भी
की
मृत्यु उपरान्त भी शिवानी बन बन कर
करता ही रहूँगा में तुझसे
ये उचित/अनुचित सवाल ..
सोच मत, डर मत
उठा ले तेरा त्रिशूल
और
कर ही डाल
आज तू मेरा भी संहार ..
की
बहुत हो चूका तेरा ये भरम
तेरा ये नाटक
नहीं चाहिए अब
तेरा ये
निर्मोही और अस्तित्वहीन संसार ...