पूजारी कर रहें हीं भक्तों के साथ मक्कारी
और
प्रतिभा पाटिल माई भी
एक बेटे के फेर में शेष बच्चों से कर गई गद्दारी
कहीं मेडोना का मजाक पड़ रहा काफिरों पे भारी
तो खिन रफ़ी-लता के युगल गीतों को
कचहरी में हीना रब्बानी के संग सुनने की
फिरोज बिलावल कर रहें तैय्यारी
ये शौक़ है कुदरतन गुलजारी
अतः खान को किसी ने तो ना समझा तालिबान जरदारी
और इधर
फूलडोल ग्यारस पर भी छाई रही दिखावे की चिंगारी
अरे हुजुर
ये सब तो बस दैनिक भास्करी समाचार हैं
नहीं नहीं
ये नहीं कोई आंकड़े या आचार सरकारी
और
ना ही इस दीवाने वारसी की है कोई लाचारी
की
भेजता रहता है आपको sms या e-मेल
बन के आपके ध्यान का भिकारी
जैसे हो इश्क-ओ-ईमान की लाइलाज हमें बिमारी
दिल से करत है ये बकवास "मनीष बड़ बड़ कारी"
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