Monday, September 30, 2024

किताबें




किताबों के ढेर में छुपी हुई है बेजोड़, अनमोल और अमूल्य शिक्षा,

समय-समय पर तोल-मोल के गुणी जन लेते हैं इनसे अतुल्य दीक्षा,

ज्ञान का अर्जन कर अहंकार का विसर्जन करे हैं चतुर विद्यार्थी इनसे,

शिक्षक गण भी पग-पग पर कर जोड़ मांगे हैं इनसे बहुमूल्य भिक्षा..

।। ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः।।
🙏 📚 🙏

Sunday, September 29, 2024

मिलन और जुदाई

जब अकेलापन अच्छा लगने लगा तो फिर तूने दस्तक दी...,
और जब तू अच्छा लगने लगा तो तू फिर अकेला कर गया..!!

तमन्ना फिर मचल जाए
अगर तुम मिलने आ जाओ

ये मौसम ही बदल जाए
अगर तुम मिलने आ जाओ

नहीं मिलते हो तुम मुझसे
तो सब हमदर्द हैं मेरे

ज़माना मुझसे जल जाए
अगर तुम मिलने आ जाओ

कुछ रह सका ना जहां
वीरानी तो रह गई..

तुम चले गए तो क्या
कहानी तो रह गई..

हिम्मत कर, सबर कर, बिखर कर भी संवर जाएगा
यकीन कर, शूकर कर, वक्त ही है - ये भी गुजर जाएगा 

Thursday, September 26, 2024

Kindle

We light a candle to remember the dead, And we blow out a candle to celebrate a birthday. A thought-provoking reflection on life and remembrance. 🕯️

The former act is to remind the mind and body that the soul is ignited for eternity while the latter is to remind the same mind and body that death is inevitable.

Kindle 🕯️

Friday, September 20, 2024

तू नहीं तो कोई ओर भी नहीं

"bahut lambi hai zameen milenge laakh haseen, 
  Is zamaane mein sanam tu akeli toh nahin"

बाग में यूं तो लाखों हसीन फूल थे
मेरी नज़र मगर तुझपे हीआकर ठहर गई...
तेरी खुश्बू ने खींचा जो मुझे अपने पास
ज़माना ये समझा की नीयत मेरी फिसल गई...
चंद लम्हें तेरे साथ गुजारना चाहता था
या रब्बा! इजाज़त तेरी किस्मत से मिल ही गई... 
पल-दो-पल और साथ जी लेते हम मगर
क्या जाने किस गैर की हैरत भरी नज़र लग गई...
🫶❤️🫶

Wednesday, September 4, 2024

मेरा सच या आपका सच..??


सच कहा आपने की सच तो सच है
सच के इतने चेहरे मगर की हर सच बिकाऊ लगने लगा है 
सच का बोलबाला देख राजा हरिश्चंद्र विलीन हो गए
सच में सच डग-डग, पग-पग अवतरित हो चला है..
जितनी न्यूज चैनल्स उतने सच
जितने अखबार उतने सच
जितने दल उतने सच
हर जगह बस सच ही सच..
बोलो कौनसा वाला खरीदोगे..??
😜