Wednesday, October 30, 2024

रूप की महिमा



तुम्हें फूलझड़ी कहूँ तो टूट जाती है लडी..
पटाखा कहूँ तो बजती है कानों में सीटी..

बॉम्ब कहूँ तो रूठ जाते हैं फिल्मी सितारे..
चक्री के चक्कर में अनार बीमार हैं सारे..

घर-घर तुम्हारी ही तरह रंगोली है सजी..
तुम बिन रूप नहीं, स्वर्ग नहीं, नर्क नहीं..
🌶️🔥🌶️
फिर न कहना कि मैं कुछ कहता ही नहीं..
😍💘😍

#रूप चतुर्दशी
#नर्क चतुर्दशी 
#छोटी दिवाली
बधाई हो...

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