सुना है उनसे मुलाक़ात होगी
अगर हो गई तो बड़ी बात होगी
- नज़ीर बनारसी
मुलाकात बड़ी बात बने ना बने नज़ीर,
कोई न कोई बात तो जरूर बनेगी..
मुंह खुले तो मधु रस बरसेगा होठों से होठों तलक...,
ज़ुबान ज़र्रे ज़र्रे की महीन सी तहकीकात करेगी..!!
खुले दिल से दिल खोल कर गर मिले दो बदन तन-मन-धन अर्पित कर...,
बेशक रूह से रूह की मुलाक़ात की सुबह और दिन से रात के मिलन की रात होगी..!!
मुंह खुले के खुले रह जायेंगे आत्मा से परमात्मा का मधुर मिलन देख, सुन, महसूस कर...,
फिर ना सोच-समझ, विचार-विमर्श, तर्क-वितर्क, ख्वाब-ओ-हकीकत की कोई बात होगी..!!
इश्क़ में मर्ज़ियाँ नहीँ चलती साहब, जो भी यार कहे बस "बिस्मिल्लाह" कीजिए...,
शुरू इस काम को भी बस "बिस्मिल्लाह-हिर्रहमा-निर्रहीम"" पढ़ के कीजे..!!
आमीन आमीन सुम आमीन
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