माता रानी कि कसम - माँ कसम
मैं दिल से चाहता हूँ कि
नमो नमो कि टंकार गूंजे गली-गली,
ओंकार गूंजे कि आया बलि, आया बलि,
हुंकार हो नगर-नगर,
जय-जयकार हो डगर-डगर,
लहराये हिंदुत्व का झंडा पुरे पकिस्तान में,
अमेरिका जोर से बोले 'जय माता दी' सारे जहां में,
चिनो-अरब आ बसें सारे जहां से अच्छे हिंदुस्तान में
एक बार के लिए ही सही,
पर मिल ही जाए इस फेंकू को P.M का fake पद
दो बातें होंगी फिर;
फेंकूचंद अगर नेमीचंद निकला सारे फोकटचंद होंगे डबल फायदे में
और
साबित कर दिया गर इसने खुद को नामी-गिरामी तारा
तो ॐ नमो भगवते वासुदेवाय का वसुधैव कुटुंबकम में होगा ओंकारा
अपने राम का तो समझो चमक जायेंगे सितारे
वर्ना तो बचपन से ही हाथ का पंजा बहुत काम आया है हमारे,
चाहे फिर वो झापड़ रसीद करने का कार्यक्रम हो,
घूसाखोरी हो,
कोयले कि दलाली हो,
या हो पंचजनी पाक-साफ़ का इंतज़ाम
एक ओंकार सतनाम
वाहेगुरु दा ख़ालसा - वाहेगुरु दी फ़तेह
जो बोले सो निहाळ - सत् श्री अकाल
।। जय महांकाल।।
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