तुम ही हो मम्मा - पापा तुम्ही हो
तुम ही हो बंधू - सखा तुम्ही हो
खोजो खुद को खुद के ही भीतर
तुम ही हो पूजा - पुजारी/पूजारन तुम्ही हो
i aM Cocktail !!
सब फिक्रमंद है यहाँ अपने-आप को सही साबित करने के लिए
गोया,
"ज़िन्दगी" नहीं ...कोई "इलज़ाम" है सर पे ..
ये facebook है मेरे भाई !!
प्रेम से मीठा कोई समाधान ही नहीं
ना कोई झूठा डर है इसमें
ना कोई इनकार - ना कोई करार
और
ना ही कोई सचमुच की लड़ाई ...
बस ...
एक एहसास है सुकूनतारी का,
दे पाटा हूँ जिसे में कोई नाम नहीं ...
खुदा से खुदा को ही माँग लिया करते हैं हम सजदे में ...,
फिर .,
खुदाई बा-हक साथ चली आये तो हम क्या करें ..!!
नहा लिया जबसे इश्क के जलवों से मैं
तबसे हकीक़तें भी बन गई है फ़साना
अपने बेगाने से लगने लगे हैं और बेगाने अपने
नया पुराना हो चला है और पुराना नया
हमसे ना कीजिये इस मायावी जगत की
दोतुकी-दोमुही बातें ...
हम वहाँ रहते हैं
जहाँ ना दिन होता है - ना होती हैं वहाँ रातें
फर्ज मर्ज बन गया है और मर्ज फर्ज
दिल से निभाते हैं हम जिसके फर्ज
नहीं ... नहीं ..ये नहीं है कोई कर्ज
ये फकत इक 'दीवाने' की जाहिल सी अर्ज है
बक्श दें इसे फिर आप जो चाहें तर्ज
।। मोरी लगन ऐसी
की मोसे रूठा ना जाए
रूठूँ जो पिया से
तो पि भरी दोपहरी दरस दे जाएँ ।।
Man is bad case.... isn't it?
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