http://youtu.be/PBEIeRSLb8k
१०० गुनाहगार कानूनन बच निकलें तो चलेगा
पर
किसी एक बेगुनाह को भी सजा ना होने देंगे ये सरकार हमारे।
आमीन
सरकार ये दो-जहाँ के हैं और इन सरकार की नज़रों से आज तक कौन बच सका है भला जो गुनाहगार बच निकलेंगे।
बच बच कर भी कौन बच सका है मेरे आका - सरकार-ए-दोआलम की नज़रों से।
इस सत्य से जितनी जल्दी साक्षात्कार कर लेंगे श्रीमान कल्पेश याग्निक उतना ही उनके लिए अच्छा होगा। सरोकार उन्हें सरकार-ए-दोआलम से रखना ही होगा।आज नहीं तो कल ये होगा जरूर। कैसे और कब घटेगी ये अभूतपूर्व घटना इसका फैसला भी कल्पेश जी ही करेंगे। रोज़ रख रहे हैं वे उस और एक कदम। नित्य रच रहे हैं वो अपने कर्मो से एक पराक्रमी क्षण। दैनिक रूप से वे प्रयत्नशील हैं एक भास्कर जैसे विशाल आयोजन का सम्पादन करने हेतु।
सत्य जान बूझ कर भी वे जानबूझकर बरगला रहे हैं, उकसा रहे हैं जनता जनार्दन को स्वार्थ-सिद्धि हेतु। सबकुछ यहाँ नीयत का ही खेल है प्यारे और बस यहीं मात खा रहे हैं, बेहोश हो डगमगा रहे हैं याग्निक जी। अल्लाह उन्हें सदबुद्धि बक्शे, सत्यनिष्ठा नवाजे की वे नेकी की राह पर, दीन-ओ-ईमान का हाथ थामकर, अपना हर कदम फूँक फूँक कर, रोशनाई के नूर को अपना साक्षी मानकर उस आलमपनाह के दरबार की तरफ चल सकें।
भयभीत होने की कतई कोई जरुरत नहीं है उन्हें इस रूहानी ताक़त से। ये ताक़त सिर्फ वो ही करती जो हम दिन-रात चुनते हैं अपने कर्मो से अहंकारवश या काम-क्रोध-लोभ-मोह-माया के मायावी जाल में उलझकर। एकात्म हो जाएँ वे इस रूहानी ताक़त से अपने महत्वाकांक्षी जज़्बों का साक्षी बनकर। अंश हो सकते हैं वे इस रूहानी ताक़त के वारिस या वंशज बनकर। पल-पल होशपूर्वक साधना करनी होगी इस "सम्बन्ध" के लिए आपको। प्रेमपूर्वक तपस्या करनी होगी आपको वर्षो-वर्षों। तब कहीं जाकर होगा उनका दीदार-ओ-मदार आपको।
तब तक श्रद्धा-सबुरी रखें साईनाथ पर।
LAUGH ;-)
http://youtu.be/0v3OeszyaxE
No comments:
Post a Comment
Please Feel Free To Comment....please do....