Tuesday, April 16, 2024

मुहब्बत की इबादत



प्रश्न: मर्द और औरत की मोहब्बत में क्या फर्क होता है?
उत्तर:
तो दोनों को ही चरम सुख से परम आनंद की प्राप्ति होती है
मर्द की हो या हो औरत की मोहब्बत, मोहब्बत मोहब्बत होती है
गर फर्क है भी तो सिर्फ तौर-तरीके और सोच-समझ का
वर्ना तो मोहब्बत इबादत की जान या पहली पायदान होती है

Question : Can boys fall in love with a married lady?
Answer : Love is beyond time and marital status
Lust, though, remains confined in space...

Thursday, April 11, 2024

लखनवी अदब और अंदाज़

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दिल से पीने-पिलाने का दस्तूर बड़ा ही मनमोहक है,
लेने-देने को आतुर प्रेमी की शान बड़ी ही रोचक है,
यूं तो मदिरापान और प्रेमध्यान के पीछे होती कोई वजह नहीं,
पर डूब के पार हो जाने की कला बड़ी ही मादक है...

😜🫶😜

Friday, March 8, 2024

Woman & Man

ख़ुदा ने अनगिनत चेहरे बनाए होंगे दुनिया में 
मेरी आँखों में आज तक बस एक सूरत है...

Woman ♀️ ; an unwritten book; an untold story. Man ♂️ can only woo her.

Be elegant when you like her.
Be graceful when you love her.
Be grateful if she loves you.

She is nature.
She bestows as nature does.
She stays in Shiv as Shakti does.

#HappyWomensDay
#HappyMahaShivRatri

Monday, February 19, 2024

मूर्ख कौन..??

मूर्ख हैं वो जो यह समझते हैं की ध्यान दूसरों को बदलने का अस्त्र है...
महामूर्ख हैं वो जो ध्यान की शक्ति का उपयोग कर कुतर्क करते हैं...

ध्यान रहे की शस्त्र उठाने पड़ते हैं तब जब कुतर्क अधर्म को जन्म देने की जुगाड में प्रयासरत दिखता है...

ध्यान रहे की ध्यान कर्म को अधर्म मानता है ना की जन्म या जात-पात या संप्रदाय को...

ज्ञात हो की स्वयं का ही मन जब कुंठा, अपवाद, अफवाह, मिथ्या, दुराग्रह, हिंसा से ग्रसित हो तो यही कुपोषित मन स्वयं को भक्षक होते हुए रक्षक मान लेने की अहंकारी भूल कर बैठता है...

सावधान रहें ऐसे दंभी, अविकसित मनरूपी पुजारी से जो देश का सेवक या चौकीदार बन मानवीय प्रेम और मानवता को अपनी नफरत के विष से शहर दर शहर डसता फिरता है...

ऐसा वाचाल और विमुख प्राणी मन की चाल चलने को अपना दायित्व या जन्मसिद्ध अधिकार समझ भड़काने के लिए सदैव तत्पर रहता है...

ऐसा भोगी सत्ता, राज, सरकार की शक्ति का स्वार्थ सिद्धि के लिए आन बान शान से दुरुपयोग करने में जरा नहीं झिझकता...

ऐसा दुशासित मन स्वयं को शाह का मुसाहिब समझ सोशल मीडिया पर कुतर्क मीडिया और उनके तथाकथित विचारकों को अपनी गोदी में बैठा कर अज्ञान और नफरत के पासे फेंकता चला जाता है...

सचेत रहें ऐसे मौकापरस्त राजनीतिज्ञों से, छलियों से, फरेबियों से जो सफेद कपड़े पहन संप्रदायों को विभाजित कर काला कफन ओढाने के दुष्कर्म से प्रेरित हैं...

सजग रहिए ऐसे फसादियों से, कट्टरवादियों से, आतंकवादियों से जो धर्म के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेकने में अत्यंत माहिर हैं...

ध्यान के नाम पर इन जैसे दानवों का ध्यान सिर्फ आम जनता की भावनाओं को उकसा कर स्वयं की लालसाओं को पूर्ण करने हेतु एक ऐसा निरक्षर समाज, ऐसा बुद्धू वोट बैंक खड़ा करना होता है जो महात्मा बुद्ध सा मनोवैज्ञानिक कभी ना बन पाए...

ऐसे विलासी मन की बात में ही मन की वो चाह छुपी होती है जो प्रभु भक्ति नहीं अपितु निर्विकसित अंधभक्ति चाहता है आप से, हम से और प्रभु से भी...

तेरा रामजी करेंगे बेड़ा पार
उदासी मन काहे को डरे...

*जय जय श्री राम*

Sunday, February 18, 2024

PRISTINE ROMANCE

PRISTINE ROMANCE
She was as sweet a girl as a girl could be. Her beauty was beyond verbal description and she had a distinct naughtiness in her eyes which was charming enough to provoke any gentleman to ask her out. Her hair style matched her countenance. Her walk made even the cats smile with affirmation and when she talked the bass and treble would wink with a technical curve in it. The strain on the nerves of her neck were clearly visible as her collar bones made a pit to die for. The dimple on her soft cheek reminded me of Preity Zinta but her complexion was not as fair as Preity’s but absolutely as dusky to make the sun shine brightly. Oh! What a magnificent beauty!

I was fondly playing with her during my birthday party on the terrace when I playfully asked her if she would marry me. Her response was as candid as it should be. The tone was as naïve as one could hope for. Th look in her eyes was as sparkling as belief is. Then came the most innocently romantic response in the most cheerful voice that I have ever heard. She said, “Yes….just ask my mother. There she is.”

I looked at her beautiful mother who is still our close family friend and smiled with utter admiration for that little girl sitting on my lap.

She was just 7 year old and I was 30+ but the romance was as pure and pristine as it should be. As everlasting as it ought to be.

Friday, February 16, 2024

बज़्म

गायत्री आद्रिका💞
@Gayatri_adrikaa


जो तुम आ जाते 
बस एक बार

तो ख़त्म होता इन 
नैनों का इन्तज़ार

सारे गिले शिकवे इक 
पल में दूर हो जाते

जो हम तुमसे लिपटकर 
रो लेते ज़ार ज़ार

अब सब्र बहुत हुआ, 
कितना सताओगे हमें

अब तो देना ही होगा 
हमें तोहफ़ा ए दीदार ।

~

बार-बार जाते हैं हम उस एक बार में
वादा था जहां दीदार-ए-यार का

दूर तक तकती रहती है अब भी निगाहें
इंतज़ार कभी खत्म नहीं होता

लिपटते हैं साए दो जिस्म एक जान की तरह
कसक ऐसी की मिलन नहीं होता

ना कोई गिला है अब, ना कोई शिकवा
सब्र रखने का सीमित वक्त नहीं होता

#दीवाना वारसी

Thursday, February 15, 2024

रूठे हुए को कैसे मनाया जाए..??

रूठा है तो मना लेंगे...
अपने नर्म हाथों में उसे थाम कर
दिल खोलकर उसकी तारीफ करें..
उसकी सख्ती को तंदुरुस्ती जान कर
तहेदिल से उसकी मालिश करें..
तदपश्चात जब वो बरसने लगे तो
उसके तनाव को पूर्णतः गटक लें..
सच्चे दिल से हर पल उसके साथ रहें
दामन उसका अंत तक ना छोड़ें..

(रूठे हुए को मनाने का कारगार तरीका)

#HealthyTips

Tuesday, February 13, 2024

WhatsApp Status




Status देखकर तो लगता था की सुधर गए हैं हम...,
मुद्दतों बाद जब वो मिले तो हालात पल में बिगड़ गए..!!

एक हाथ में जाम था और दूसरे में दम-खम...,
दमखम जब एक हुए तो पैमाने पड़ गए कम..!!

बस काम की बात करने के लिए ही तो मिले थे हम...,
कामातुर कुछ ऐसे हुए की दूर हुए जुदाई के गम..!!
😍😘😍

Thursday, February 8, 2024

कौन हूॅं और कैसा हूॅं मैं..??

जी हां, खूबसूरती का कायल हूॅं मैं 
बदसूरत सीरत से घायल हूॅं मैं

नादान कहो या कहो तुम मुझे ठरकी
Like करने में बड़ा ही Royal हूॅं मैं

Loyalty मेरी बड़ी ही सस्ती
Reposting का कीड़ा नहीं vial हूॅं मैं

बिंदास बस्ती और बेतकल्लुफ मस्ती
हर घड़ी धड़कता एक dial हूॅं मैं

कभी dial करके देखना मेरा नंबर
बेबाकी से लेने वाला trial हूॅं मैं 

मुझ दीवाने की नहीं कोई हस्ती 
वारसी सिलसिले की खनकती पायल हूॅं मैं

~ दीवाना वारसी

Tuesday, January 2, 2024

The Art of Parenting

Who deserves the right to parent a child - biological parents or biological grandparents and why?
Is the disciplined parenting regressive in nature?
Is the pampered parenting progressive in nature?

Yesterday evening I watched a Bollywood movie titled Shastry viruddh Shastry on Netflix.

Shastry Viruddh Shastry https://g.co/kgs/qyj6ctW

The directors and actors have done an amazing job by raising the controversial and debatable issue in the most candid way. Kudos to them.

As a teacher, I always felt the need to have a fruitful debate on the issue of the art of parenting and this film made the dream of a child come true.

Do watch this film to form your own opinion, view and perspective about the responsibility we, as parents and society, have on our shoulders.

अंग्रेजी नव वर्ष

जब; अंग्रेजी toothpaste
अंग्रेजी toothbrush 
अंग्रेजी toilet 
अंग्रेजी underwear 
अंग्रेजी trousers 
अंग्रेजी T-shirt 
अंग्रेजी shoes 
अंग्रेजी car 
अंग्रेजी days 
अंग्रेजी months आदि..
सब कबूल
तो 
अंग्रेज़ी calendar
या 
नव वर्ष ने क्या बिगाड़ा है? 
भारतीयता स्वार्थी है या हिंदुत्व कट्टर?