Monday, March 3, 2014

Sex (and Love and Death): मौत और मोहब्बत

Shiva - Humble God of Death is united with Shakti - Innocent God of Love
(He is innocent & She is Maa Kaali too)


ये सपना ही तो है जो आकार ले रहा इस मायावी दुनिया के रूप में 
वो मोहब्बत ही तो है जो साकार हो रही है तेरी-मेरी साँसों के रूप में 

फकत नम या सर्द ही नहीं है ये दर्द भरी तनहाई कि रातें
आसमाँ भी बरसाने लगा है अब तो आँसुओं कि सौगातें 

लख-लख शुक्राने तेरे ऎ मेरे हमसफ़र के तेरा तस्सव्वुर है साथ 
अभी-अभी तो रख्खा तूने मेरे सख्त हाथों पे तेरा नरम-मुलायम हाथ 



उफ्फ़……ये बरसातें 
हाय........ ये नागिन सी लम्बी-लम्बी रातें 

मौत और मोहब्बत चलते हैं साथ-साथ 
दोनों कि जैसे juxtaposed साँठ-गाँठ 
ना कोई THE END है इनका, ना इनकी कोई शुरुआत

एकमात्र infinite सिक्का हैं ये जैसे
चित्त भी इनका, पट भी इनका 
और ज़िन्दगी का हर पहलु जैसे इनके बाप का है जैसे  

बस यूँ जान लो मेरी जान के ये दोनों भी ठीक उसी तरह दो नहीं 
जैसे हम-तुम दो जिस्म होकर भी हो सकते दो जान नहीं
जब तक है जान, जब तक है जान, जब तक है जान…



या तो इस मरे हुए जगत में कुछ भी जीवित नहीं 
या फिर इस जीवित जग में कुछ भी मृत नहीं 
ठीक ऐसे ही 
या तो 'सबकुछ' है मेरा या 'मैं' मैं नहीं …

समझौते वे लोग करें ज़िन्दगी के साथ 
मौत जिनके तस्सव्वुरे आलम में 
शामिल नहीं ज़िन्दगी कि तरह.,
हम दीवाने बिस्मिल मरते हैं हर लम्हा जी-जीकर
अपनी दीवानी दीवानगी के साथ 
दे हाथों में हाथ - क़यामत से क़यामत तक      


Man is bad case....isn't it?

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